दुनिया में धोखेबाज से बड़ा कोई दुश्मन नहीं है और धोखे से बड़ा कोई दुःख नहीं है। जैसे सिक्के के दो पहलु होते हैं - सुख-दुःख, अच्छा-बुरा वैसे प्यार और धोखा। लेकिन बुरे पहलु से बचना हमेशा इंसान के हाथ में होता है लेकिन इंसान अच्छा बनना ही नहीं चाहता। एक तो कोई किसी को प्यार करता है लेकिन सामने वाला किसी लालच या अपने स्वार्थ के कारण उस सच्चे इंसान को भी धोखा देने से नहीं चूकता है। आज दुनिया में धोखा और धोखेबाज़ लोगों की कोई कमी नहीं है और आज का हमारा आर्टिकल धोखेबाज शायरी और धोखा शायरी पर है, आप इस आर्टिकल पूरा जरूर पढ़ें। dhokebaaz shayari image dp
दग़ाबाज़ी करना हमे दोस्तों ने सिखाया है
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वो तो मेरी किस्मत ही धोखेबाज थी
वरना वो फरिश्ता तो मेरा ही था
वरना वो फरिश्ता तो मेरा ही था
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जब दोस्त ही शामिल हो दुश्मनों की चाल में
तब शेर भी फस जाता है मकड़ी की जाल में
तब शेर भी फस जाता है मकड़ी की जाल में
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वो शक्स धोखेबाज निकला
जिससे मैंने बे-वजह
बे-इंतेहा मोहब्बत की
जिससे मैंने बे-वजह
बे-इंतेहा मोहब्बत की
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पहले ज़िंदगी छीन ली मुझसे
अब वो मेरी मौत का भी फ़ायदा उठाती है
मेरी क़बर पे फूल चढाने के बहाने
वो किसी और से मिलने आती है
अब वो मेरी मौत का भी फ़ायदा उठाती है
मेरी क़बर पे फूल चढाने के बहाने
वो किसी और से मिलने आती है
Dhokhebaj shayari | dhokebaaz shayari in urdu
झूठी हमदर्दी झूठा प्यार यही सच्चाई है
एक धोखेबाज इश्क करने वालों की
एक धोखेबाज इश्क करने वालों की
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धोखा तूने ऐसा दिया
मेरी जिंदगी का हर मकसद मुझसे छीन लिया
मेरी जिंदगी का हर मकसद मुझसे छीन लिया
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बड़ी धोखेबाज है री तेरी नजरे
अब तो वो मुझे पहचानने से भी इंकार करती है
अब तो वो मुझे पहचानने से भी इंकार करती है
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धोखा भी बादाम की तरह है
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है
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कोई “शक्ल” नहीं होती धोखेबाजो की
हमेशा चेहरे पर नकाब लेकर घूमते हैं यह लोग
हमेशा चेहरे पर नकाब लेकर घूमते हैं यह लोग
Dhokebaaz quotes | dhokebaaz shayari dosti
सब कुछ मिला बस खुदा के सिवा
ज़िन्दगी बहुत पसंद आयी रुस्वाई के सिवा
मेरी चाहत का एहसास भी ना होगा
उसकी हर अदा पसंद आयी बेवफाई के सिवा
ज़िन्दगी बहुत पसंद आयी रुस्वाई के सिवा
मेरी चाहत का एहसास भी ना होगा
उसकी हर अदा पसंद आयी बेवफाई के सिवा
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तनहाई मुझे अच्छी लगती है
महफिल में तो सब धोखेबाज है
महफिल में तो सब धोखेबाज है
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साथ रहना था ही नहीं तो
तुमने हमसे नाता क्यों जोड़ा
हमे धोका देकर तुमने
हमे कही का नहीं छोड़ा
तुमने हमसे नाता क्यों जोड़ा
हमे धोका देकर तुमने
हमे कही का नहीं छोड़ा
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मुझे तेरा इश्क़ बेइमान सा लगता है
कभी इधर कभी उधर भटकता तेरा
दिल मुझे धोखेबाज सा लगता है
कभी इधर कभी उधर भटकता तेरा
दिल मुझे धोखेबाज सा लगता है
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साथ जीने मरने का वादा था
मर के भी साथ न छोड़ने का वादा था
सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी
ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी
मर के भी साथ न छोड़ने का वादा था
सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी
ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी
Dhokebaaz shayari hindi
तुम धोखा करो तब भी धोखेबाज नही
हम वफा करें तो भी गुनहगार है
ये खता तेरी नहीं जान मेरी
ये तो वक़्त-वक्त की मार है
हम वफा करें तो भी गुनहगार है
ये खता तेरी नहीं जान मेरी
ये तो वक़्त-वक्त की मार है
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धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते
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धोखेबाज तो हज़ारों मिलेंगे ज़िन्दगी में
इसका मतलब ये तो नही
की हम भरोसा करना छोड़ दे
इसका मतलब ये तो नही
की हम भरोसा करना छोड़ दे
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कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम
उस बेवफा ने धोखा क्या दिया
मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन लिया
उस बेवफा ने धोखा क्या दिया
मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन लिया
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ये शराब को जब चाढ़ता हूं हर रोज
ताकी इसका नशा चढ़े
और तेरे धोखेबाज इश्क़ का नशा उतरे
ताकी इसका नशा चढ़े
और तेरे धोखेबाज इश्क़ का नशा उतरे
Dhokebaaz shayari in hindi for girlfriend
प्यार के बदले मुझे धोखा मिला
फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला
बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो
वो तुम्हे कभी ना दे रुला
फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला
बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो
वो तुम्हे कभी ना दे रुला
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उसकी यादें सदाबहार है
मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है
पाकर भी करूंगा क्या
वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है
मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है
पाकर भी करूंगा क्या
वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है
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दिल टुटा है आज भी
पर दर्द नहीं हुआ
क्या करे अब तो धोखा खाना
एक आदत सी बन गयी है
पर दर्द नहीं हुआ
क्या करे अब तो धोखा खाना
एक आदत सी बन गयी है
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दिलों जान से चाहा था उसे
लेकिन उसने मेरी मजबूरी को
धोखेबाजी का नाम दे दिया
लेकिन उसने मेरी मजबूरी को
धोखेबाजी का नाम दे दिया
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जितना गहरा भरोसा था उन पर
उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो
उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो
Dhokebaaz shayari in hindi for boyfriend
जमाने को अच्छा समझा
लेकिन वो चालबाज निकला
अपने को अपना समझा
लेकिन वो धोखेबाज निकला
लेकिन वो चालबाज निकला
अपने को अपना समझा
लेकिन वो धोखेबाज निकला
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मेरी तन्हाई को मेरा शौक ना समझना
बड़े प्यार से दिया है धोखा किसी ने
बड़े प्यार से दिया है धोखा किसी ने
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बो आयने में खुद को कैसे बर्दाश्त करते होंगे
उन्हें तो सख्त नफ़रत थी धोखेबाजों से
उन्हें तो सख्त नफ़रत थी धोखेबाजों से
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बहुत धोखा मिलता है उन लोगों को
जो दिल के साफ़ होते है
जो दिल के साफ़ होते है
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धोखेबाजों का चलन है साहब
वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है
वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है
Dhokhebaj status | dhokebaaz shayari status
धोखा खानेवाले भी क्या एहसान फरमाते हैं
दुनिया से एक धोखेबाज की पहचान करवाते हैं
दुनिया से एक धोखेबाज की पहचान करवाते हैं
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हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं
पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं
पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं
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पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया
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जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें
उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें
उनमें पराये कम, अपने ज्यादा मिलें
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उन्होंने हमें आजमाकर देख लिया
इक धोखा हमने भी खा कर देख लिया
क्या हुआ हम हुए जो उदास
उन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया
इक धोखा हमने भी खा कर देख लिया
क्या हुआ हम हुए जो उदास
उन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया
Dhokebaaz shayari urdu
किसी भी व्यक्ति के बोलने मात्र से
उस व्यक्ति के बारे मे अनुमान ना लगाये
क्योंकि अच्छी बाते तो बुरा व्यक्ति भी कर लेता है
साफ-साफ बोलने बाला कड़वा जरुर होता है, पर धोखेबाज नही
साफ-साफ बोलने बाला कड़वा जरुर होता है, पर धोखेबाज नही
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हम क्या शिकायत करें किसी से
यहां तो हर कोई बेवफा है
इश्क करो भले जी जान से
धोखा यहां सबको मिलता है
यहां तो हर कोई बेवफा है
इश्क करो भले जी जान से
धोखा यहां सबको मिलता है
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दिल मेरा काँच सा था वो पत्थर की मूरत जैसा निकला
सोचा था अनुज सम्भाल लूंगा सब कुछ प्यार से
पर वो पत्थर पत्थरदिल से भी ज्यादा गद्दार निकला
अब कैसे कह दूँ वो धोखेबाज़ है दोस्तो
सोचा था अनुज सम्भाल लूंगा सब कुछ प्यार से
पर वो पत्थर पत्थरदिल से भी ज्यादा गद्दार निकला
अब कैसे कह दूँ वो धोखेबाज़ है दोस्तो
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आंखें बंद थी किसी कि याद में
और मौत धोखा खा गयी
और मौत धोखा खा गयी
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शायरी नही आती मुझे बस हाले दिल सुना रहा हूँ
बेवफाई का इल्जाम हैं मुझपर फिर भी गुनगुना रहा हूँ
मुझे धोखा देने वाले ने मुझे ही धोखेबाज बना दिया
खफा नही है उससे फिर भी मैं उसका दामन बचा रहा हू
बेवफाई का इल्जाम हैं मुझपर फिर भी गुनगुना रहा हूँ
मुझे धोखा देने वाले ने मुझे ही धोखेबाज बना दिया
खफा नही है उससे फिर भी मैं उसका दामन बचा रहा हू
Dhokebaaz shayari 2 line
धोखा देकर ऐसे चले गए
जैसे कभी जानते ही नहीं थे
अब ऐसे नफरत जताते हो
जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे
जैसे कभी जानते ही नहीं थे
अब ऐसे नफरत जताते हो
जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे
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जमाना वफादार नही तो क्या
हुआ, धोखेबाज भी तो हमेशा
अपने ही होते है
हुआ, धोखेबाज भी तो हमेशा
अपने ही होते है
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उस इंसान को धोखा मत देना
जो आपके लिए अपनी आदतें बदले
अपना सारा वक्त आपको ही दे
और आपके लिए बहुत सीरियस हो
जो आपके लिए अपनी आदतें बदले
अपना सारा वक्त आपको ही दे
और आपके लिए बहुत सीरियस हो
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जो एक धोखेबाजदोस्त से
धोखे पर धोखा खाने के बावजूद भी
उस धोखेबाजदोस्त पर भरोसा करता रहे
तो उससे बड़ा कोई बेवकूफ़ नहीं हो सकता
तो उससे बड़ा कोई बेवकूफ़ नहीं हो सकता
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हम दोनों ही धोखा खा गए
हमने तुम्हें औरों से अलग समझा
और तुमने हमें औरों जैसा ही समझा
हमने तुम्हें औरों से अलग समझा
और तुमने हमें औरों जैसा ही समझा
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सारा जमाना वफादार हो जाएं ना
सारा जमाना वफादार हो जाएं ना
फिर भी धोखेबाज तो अपने ही होंगे
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जो धोखा करना सीख जाते है जनाब
हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है
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हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है
आज आपने इस लेख में धोखेबाज शायरी और धोखा शायरी पढ़ीं और यदि आप अपनी कोई राय या शायरी हमें बताना चाहते हैं तो आप कमेंट करके बता सकतें हैं।