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Barish par shayari aur barish quotes,staus in english and hindi

Barish par shayari aur barish quotes,staus in english and hindi

आज हम बारिश के ऊपर शायरी लेकर आये है क्यूंकि बारिश मौसम है ही ऐसा कि सभी मौसम से अच्छा बारिश का मौसम लगता है, गर्मी के बाद इस मौसम के आने से जीवन में बड़ी राहत मिलती है,बारिश में चारों तरफ हरियाली फ़ैल जाती है और मौसम बड़ा ही सुहावना हो जाता है। इसीलिए इस मौसम में प्रेमियों को प्यार का एहसास ज्यादा होता है और कभी-कभी बिछड़े हुए लोगों की याद इस मौसम में आती है कभी जिनके साथ इस बारिश के मौसम में हम भीगे थे और साथ में चाय पी थी। चलिए दोस्तों उन्ही कुछ खट्टी-मीठी यादों को इन शायरियों से याद करें यहाँ आपको बारिश शायरी इन इंग्लिश एंड हिंदी में पढ़ने को मिलेगी। आप इन बारिश कोट्स और स्टेटस को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जिससे वे भी शायरी और पकोड़ों के साथ इस मौसम का आनंद ले सके। 

Barish par shayari aur barish quotes,staus in english and hindi




Barish shayari

एक तो ये रात, उफ़ ये बरसात
इक तो साथ नही तेरा, उफ़ ये दर्द बेहिसाब
कितनी अजीब सी है बात
मेरे ही बस में नही मेरे ये हालात
Ek to ye raat,uff ye barsaat
ek to sath tera nahi,uff ye dard behisab
kitni ajeeb si hai baat
mere hi bas me nahi mere ye halat


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उनकी यादों की बूँदें बरसी जो फिर से
जिन्दगी की मिट्टी महकने लगी है
Unki yaadon ki boonden barsi fir se
zindagi ki mitti mehkane lagi hai


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रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे
बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गया हूँ मैं
Rehne do ki ab tum bhi mujhe padh na sakoge
barsat me kagaj ki tarah bheeg gaya hoon me


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इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश है
न चाहते हुए भी कोई शिद्दत से याद आता है
Is barish ke mousam me ajeeb si kashish hai
na chahte huye bhi koi shiddat se yaad aata hai


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कभी बेपनाह बरस पडी, कभी गुम सी है
यह बारिश भी कुछ – कुछ तुम सी है
Kabhi bepanah baras padi,kabhi gunsi hai
yeh barish bhi kuch-kuch tum si hai


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सुना है बहुत बारिश है तुम्हारे शहर मे
ज्यादा भीगना मत
अगर धूल गई सारी ग़लतफहमियां
तो फिर बहुत याद आएंगे हम
Suna hai bahut barish hai tumhare shehar me
jyada bheegna mat
agar dhul gai saari galatfehmiya
to fir bahut yaad aayenge hum


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एक हम हैं जो इश्क़ कि बारिश करते है
एक वह हैं जो भीगने को तैयार ही नहीं
Ek hum hai jo ishq ki barish karte hai
ek vo hai jo bheegne ko taiyar hi nahi


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बारिश में आज भीग जाने दो
बूंदों को आज बरस जाने दो
न रोको यूँ खुद को आज
भीग जाने दो इस दिल को आज
Barish me aaj bheeg jaane do
boondon ko aaj baras jaane do
na roko yun khud ko aaj
bheeg jaane do is dil ko aaj


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मुझे ऐसा ही ज़िन्दगी का एक पल चाहिए
प्यार से भरी बारिश और संग तू चाहिए
Mujhe aisa hi zindagi ka ek pal chahiye
pyar se bhari barish aur sang tun chahiye


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बारिश की बूँद बन हम कुछ यूं बरस जाए तुझमें
तू समंदर बन समा ले हमें खुद में
Barish ki boond ban hum kuch yun baras jaaye tujh me
tu samandar ban sama le hume khud me


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ये बारिश का मौसम और तुम्हारी याद
चलो फिर मिलते हैं एक कप चाय के साथ
Ye barish ka mousam aur tumhari yaad
chalo fir milte hai ek cup chay ke sath


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कुछ तो चाहत होगी इन बारिश की बूंदो की
वरना कौन गिरता है इस ज़मीन पर आसमान तक पहुँचने के बाद
Kuch to chahat hogi in barish ki boondon ki
varna koun girta hai is jameen par aasmaan tak pahunchane ke baad


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पूछे कोई उससे के दुख है या खुशी है
जाने क्यों बूँद कोई बारिश की पत्तों पे रुकी है
Pooche koi usse ke dukh hai ya khushi hai
jaane kyun boond koi barish ki patto pe ruki hai


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इन बारिश से कह दो इतना 
मेहरबान होने की जरूरत नही यहाँ 
हमारे तो अरमान ही दुबे जा रहे हैं
In barish se keh do itna
meharbaan hone ki jarurat nahi yahan
hamare to armaan hi dubey ja rahe hai


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आ जाओ तुम भी कभी यूँ ही कड़ी धूप मे
रूह को सुकून देने वाली बारिश के रूप मे
Aa jao tum kabhi yun hi kadi dhoop me
rooh ko sukoon dene wali barish ke roop me


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नैनों से अब बारिश होती है मेरी
पलकों के कोनों से नींद रोती है मेरी
Naino se ab barish hoti hai meri
palko ke kono se neend roti hai meri


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यूँ तो ख़्वाहिशें बहुत थी दिल को बारिशो की
अबके बरस अश्को से रू-ब-रू इरादे धूल गये
Yun to khuaishen bahut thi dil ko barishon ki
abke baras ashqkon se ru-ba-ru irade dhul gaye


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किस मुँह से इल्ज़ाम लगाएं बारिश की बौछारों पर
हमने ख़ुद तस्वीर बनाई थी मिट्टी की दीवारों पर
Kis muh se ilzam lagaye barish ki bocharon par
humne khud tasveer banai thi mitti ki deevaron par


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काश मेरी जिंदगी में कोई ऐसा आता
मैं बारिश में भी रोता तो वो मेरे आंसू पढ़ जाता
Kash meri zindagi me koi aisa aata
main barish me bhi rota wo mere aansu padh jata


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बादलों से कह दो, जरा सोच समझ कर बरसे, 
अगर मुझे उनकी याद आ गयी तो मुकाबला बराबरी का होगा
Badalon se keh do jara samajh kar barse
agar mujhe unki yaad aa gai to mukabala barabari ka hoga


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बरसात की भीगी रातों में फिर कोई सुहानी याद आई 
कुछ अपना ज़माना याद आया
कुछ उनकी जवानी याद आई
Barsat ki bhigi raaton me fir koi suhani yaad aai
kuch apna jamana yaad aaya 
kuch unki javani yaad aai


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बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने
किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है
Barsat ka badal to deewana hai kya jaane
kis raah se bachna hai kis chat ko bhigona hai


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कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है
प्यास भुझ्ती नहीं बरसात चली जाती है
तेरी याद कुछ इस तरह आती है
नींद आती नहीं मगर रात गुज़र जाती है
Kitni jadli zindagi gujar jaati hai
pyas bujhti nahi barsat chali jaati hai
teri yaad kuch is tarah aati hai


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कैसी बीती रात किसी से मत कहना
सपनो वाली बात किसी से मत कहना
कैसे उठे बादल और कहां जाकर टकराए
कैसी हुई बरसात किसी से मत कहना
Kaisi biti raat kisi se mat kehna
sapno wali baat kisi se mat kehma
kaise uthe badal aur kahan jakar takraye
kaisi hui barsat kisi se mat kehna





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